रखल करा करेजा में साट के ये गोरी , न त भुला जाएब ऐशन कोना में, डिबिरी बार के भी खोजबु न तबहुं न भेटेब, अंखियां पथरा जाई खोजत खोजत, फुल के गेंदा के जब…
Read moreजड़ा सी बात थी, तुमसे मिलने की आस थी। अभी सोचा ही क्या था दीदार वास्ते, रास्ते में मिले और दीदार हो गया । --अभय
Read moreरिश्ते और किस्मत दोनो बदल जाती है। ये कलयुग है जनाब पैसे न हो तो जीवन साथी भी बदल जाती है। --अभय
Read moreहो सके तो जवाब दे जाना। मेरे साथ देखे हुए सपने का , फुर्सत में बिताए उस पल का, सिर्फ एहसास था या था कुछ और, मैने तो सपना ही देखा था, उस पल का, मजबूर…
Read moreसवाल बड़ा था मैं नहीं , जवाब छोटा था मैं नहीं बस रिश्ता बड़ा था मैं नहीं , निभाना सिर्फ उसे आता था मुझे नही उ…
Read moreउन्हें लगता है वो मसरूफ है किसी और के यादों में लेकिन मैं हूं की खोया रहता हु सिर्फ उनकी ही यादों में । --अभय
Read moreसब बाते है कहने की सुनता कौन किसकी है यहां सब है मतलब के यार ऐसे कौन किसका बनता है, हस्ते तो यार भी हैं मतलब से बरना साथ रोने कौन बैठता है, वैसे दिल …
Read moreकम से कम ये तो सोचा होता गम देने से पहले , खुशी का हिसाब ठुकरा देना ही जिंदगी नही होती और हर मुस्कुराहट के पीछे अच्छी वजह नही होती सोचा तो होता , गम…
Read more
Social Plugin